भारतीय राजनीति के शिखर पुरुष पूर्व उपप्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम जी की पुण्यतिथि पर श्री सर्वेश अंबेडकर ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी, पूर्व उप प्रधानमंत्री एवं दबे कुचले पिछड़े वर्ग के उत्थान के लिए जीवनपर्यंत संघर्षरत श्रद्धेय बाबू जगजीवन राम जी को उनकी पुण्यतिथि पर कोटि कोटि नमन एवं भावभीनी श्रद्धांजलि। विभिन्न संवैधानिक पदों पर रहते हुए राष्ट्र सेवा में उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा।
ज्ञात हो कि बाबूजी का जन्म पांच अप्रैल 1905 को भोजपुर जिला के चंदवा गांव में हुआ था और उन्होंने छह जुलाई 1986 में दिल्ली स्थित अपने निवास पर देह त्यागा। बाबू जगजीवन राम ने अपने छात्र जीवन के दौरान वैज्ञानिक बनने का सपना देखा था। लेकिन देश को आजाद कराने के लिए चलाए जा रहे आंदोलन में कूद पड़े। देश के स्वतंत्रता होने के बाद 1947 में केंद्रीय सरकार में देश के पहले श्रम मंत्री बने तथा उन्होंने श्रम नीति बनाते हुए देश के श्रमिकों की दयनीय स्थिति में सुधार के प्रयास किए। वह देश के उपप्रधानमंत्री भी रहे। बाबू जगजीवन राम अपने जीवन के अंतिम क्षण तक मजदूरों, महिलाओं तथा किसानों के कल्याण के लिए कार्य करते रहे। रक्षा मंत्री से लेकर रेल मंत्री के पद पर रहते हुए बाबूजी ने कई महत्वपूर्ण कार्य किया, जिसे देशवासी कभी भुला नहीं सकते है।