हाल ही में एबीपी को दिए गए साक्षात्कार के अंतर्गत जब मीडिया बंधु ने पूछा कि नीतीश कुमार आपकी हैसियत पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहे हैं, इस पर आप क्या कहना चाहेंगे? तो श्री आरसीपी सिंह ने स्पष्ट रूप से अपना पक्ष रखते हुए कहा कि देश का संविधान कहता है कि इस देश में सभी की हैसियत बराबर है, लोकतंत्र में सभी की हैसियत बराबर है। मुख्यमंत्री जी को हैसियत नहीं काबिलियत पुचनी चाहिए, तो हम जवाब देंगे कि काबिलियत थी, तभी यहां तक पहुंचे हैं, बिना काबिलियत के आईएएस नहीं बने और जब आईएएस बनकर देश की सेवा कर रहे थे तब मुख्यमंत्री जी सड़क पर घूम रहे थे। इसलिए हमारी काबिलियत पर मत जाइए।
मीडिया बंधु द्वारा जाति समीकरण के बारे में चर्चा करने और 2024 के चुनावों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा भाजपा को बिहार में धूल चटाने के विषय में पूछे जाने पर श्री सिंह ने कहा कि किस जाति के लोग हैं जो उनके साथ खड़े होंगे, सभी को इन्होंने ठगा है और यह पैरवी कराकर यहां पहुंचे हैं। दिक्कत यह है कि जनता उनसे यह नहीं पूछ रही कि जो सड़क बनाई थी, वह तो टूट फुट कर बराबर हो गई, विद्यालयों की इमारत है पर अंदर कुछ नहीं है, यही हाल अस्पतालों का भी है। मैं देख रहा हूं कि मुख्यमंत्री जी सूखे की बात कर रहे हैं, तो पिछले 17 सालों से पुरा दक्षिण बिहार सूखे की समस्या से जूझ रहा है। सात निश्चय में लिख दिया कि सभी को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा लेकिन हकीकत में कभी कोई व्यवस्था या सही स्टडी कराई ही नहीं गई। लोग आपसे यह सब पूछे नहीं, तो दिल्ली की चर्चा कर रहे हैं।