आजाद भारत के प्रथम विधि एवं न्याय मंत्री और भारतीय संविधान के निर्माता युगपुरुष बाबा साहब भीम राव अंबेडकर को उनकी पुण्यतिथि पर देश भर में याद किया गया. बाबा साहब ने अपना पूरा जीवन सामाजिक बुराइयों जैसे छुआछूत और जातिवाद के खिलाफ संघर्ष में लगा दिया. वह आजीवन गरीब, दलितों और शोषितों के अधिकारों के लिए संघर्ष करते रहे. बाबा साहब के महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर बिहार में भी विभिन्न स्थानों पर उन्हें श्रृद्धांजलि अर्पित की गयी.
भारतीय बहुजन कांग्रेस के द्वारा मंजू कुमारी चौहान की अध्यक्षता में बाबा साहब की पुण्यतिथि को बिहार सुरक्षा दिवस के रूप में मनाया गया और उन्होंने सभी से धर्म-संप्रदाय से ऊपर उठकर कार्य करने का आग्रह किया. उन्होंने बताया कि भारतीय समाज में व्याप्त असमानता और जातिवाद के चरम दौर में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का आगमन किसी क्रांति और अभ्युदय से कमतर नहीं आंका जा सकता और आज आवश्यकता है कि हम उनके विचारों का अनुसरण करते हुए आगे बढें.