बिहार लेनिन श्री जगदेव बाबू कुशवाहा की जयंती पर कोटि-कोटि नमन। वंचित और शोषित समाज सदा उनका ऋणी रहेगा।
आज केंद्र सरकार के मनुवादी व सामंती रवैये के इस दौर मे उनका यह नारा कि "सौ में नब्बे शोषित है, नब्बे भाग हमारा है, 10 का शासन नब्बे पर नहीं चलेगा, नहीं चलेगा" और अधिक प्रासंगिक हो गया है। उन्होंने कहा था कि "पहली पीढ़ी गोली खायेगी, दूसरी पीढ़ी जेल जायेगी और तीसरी पीढ़ी राज करेगी”। शोषित समाज के अधिकारों, सामाजिक समता की लड़ाई लड़ने व वंचित वर्गों में उनके आंदोलन के गति पकड़ने के कारण सामंतवादी ताक़तों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। आज उनकी जयंती के अवसर पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सर्वेश अंबेडकर जी ने कहा,
"वैसे भी मीडिया में जाति का सवाल कोई नया सवाल नहीं है। सवाल इसलिए भी नहीं है क्योंकि समाज में जातियां हैं और आजाद भारत में भी उन जातियों का वर्चस्व है जिनके लोगों की संख्या 15 फीसदी से भी कम है। मुझे लगता है कि यदि जातिगत जनगणना हो जाए तो निश्चित तौर पर 15 फीसदी घटकर 10-12 फीसदी हो जाएगी। अमर शहीद जगदेव प्रसाद तो इन वर्चस्ववादियों को 10 फीसदी ही मानते थे। उनका तो नारा ही यही था - “सौ में नब्बे शोषित हैं, नब्बे पर दस का शासन नहीं चलेगा, नहीं चलेगा”।