"मां का दुनिया से चले जाना बेहद दुखदायी होता है, एक बेटे के लिए मातृ वियोग से बड़ा दु:ख और कुछ नहीं हो सकता हैं। लेकिन कहते हैं ना कि मां कभी कहीं नहीं जाती बल्कि ईश्वर के चरणों में जाकर सिर्फ इसलिए बैठ जाती है ताकि उसके बच्चे अपने जीवन में कुछ बेहतर कर सकें, वह अपनी ममता और दुलार हमेशा आशीर्वाद के रूप में अपने बच्चों पर बरसाती रहती है।"
यह कहना है विकास सिंह का, जो हाल ही में भभुआ प्रखंड के शिवपुर गांव में श्री सिनोद राम जी के घर पहुंचे हुए थे। सिनोद राम जी की माता जी का देहांत गत दिनों में हो गया था, जिस पर अपनी शोक संवेदनाएं अर्पित करने और इस दुख की घड़ी में परिजनों को धैर्य बंधाने विकास सिंह उनके घर शोक प्रकट करने पहुंचे। इस दुख की घड़ी में मौके पर पहुंचकर विकास सिंह ने परिवार के सदस्यों को हिम्मत बंधाई और दिवगंत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।