Sanjay Kumar - President Yuva Janta Dal Delhi
  • Home
  • About
  • Recent
  • Gallery
  • Contact

शिवपाल सावरिया- पुण्यतिथि बी.के. एस. आयंगर जी पुण्यतिथि पर उन्हें शत शत नमन

ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित यू. आर. अनंतमूर्ति का जन्म 21 दिसम्बर को हुआ था। वे कन्नड़ भाषा के प्रसिध्द साहित्यकार, आलोचक और शिक्षाविद थे। 'ज्ञानपीठ पुरस्कार' पाने वाले आठ कन्नड़ साहित्यकारों में से वे छठे थे। उन्हें कन्नड़ साहित्य के 'नव्या आंदोलन का प्रणेता' माना जाता है। उनकी सबसे प्रसिद्ध रचना 'संस्कार' है । साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए सन 1998 में भारत सरकार द्वारा उन्हें 'पद्म भूषण' से सम्मानित किया गया था। 2013 के 'मैन बुकर पुरस्कार' पाने वाले उम्मीदवारों की अंतिम सूची में यू. आर. अनंतमूर्ति को भी चुना गया था।

जीवन परिचय

भारतीय समाज, संस्कृति और राजनीति से लगातार वे संवाद करते थे। अपनी यथार्थपरक रचनाशीलता से उन्होंने वैश्विक और स्थानीय विचारो के बीच निरंतर एक सेतु बनाए रखा, जिसमें स्थानीय का पक्ष हमेशा चमकदार दिखता रहा, तो वही दुसरी तरफ अपने साहसिक निर्णयों, अडिग विचारों, सामाजिक प्रतिबद्धताओं के जरिए अन्याय, संकीर्णता, विसंगति के विरुद्ध विरोध का स्वर ऊंचा किए रखा।

 यूआर अनंतमूर्ति का पूरा नाम उडुपी राजगोपालाचार्य अनंतमूर्ति था, वो ब्राह्मण परिवार में पैदा हुए थे, उनकी शिक्षा की शुरूआत पारंपरिक ढंग से हुई, पर उनको सामाजिक विसंगतियों के प्रति विद्रोह भाव था जिस कारण से वो इन संस्कारों में वे बंध नहीं पाए।

यू. आर. अनंतमूर्ति ने विदेशी संस्थानों में शिक्षा पाई, और लिखने के लिए उन्होंने अपनी मातृभाषा को चुना क्योंकि उनको अपनी जन्मभूमि से अविचल मोह था। वे गांधीवादी समाजवादी विचारों के कायल थे।

 

 लेखन कार्य

अनंतमूर्ति के लिए लेखन कर्म सदैव वास्तविक यथार्थ को अभिव्यक्त करने की प्रक्रिया रहा है। प्रश्नों के घेरे में स्वयं को तलाश करने का भी यही उनका तरीका है। उनका उपन्यास संस्कार ब्राह्मणवादी मूल्यों और सामाजिक व्यवस्था की बात करता है।

‘संस्कार’ के लिए अनंतमूर्ति को ब्राह्मण समुदाय का भारी विरोध भी झेलना पड़ा। बाद में ‘संस्कार’ पर फ़िल्म भी बनाई गई, जिसमे कई पुरस्कार मिले थे। उन्होंने कई लघु कहानियाँ भी लिखीं हैं। अनंतमूर्ति पर किसी तरह की आलोचनाओं का कभी कोई असर नहीं हुआ। उनकी सोच समाजवादी और उदारवादी थी।

सम्मान और पुरस्कार

 

  • 1984 – राज्यसभा पुरस्कार से सम्मानित
  • 1994 - में ज्ञानपीठ पुरस्कार – भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा कन्नड़ साहित्य में योगदान और आम आदमी के लिए लिखने की उनकी नई सोच के लिए प्रदान किया गया।
  • 1998 - पद्म भूषण
  • 2004 – साहित्य अकादमी फेलोशिप
  • 2008 – नडोजा पुरस्कार (कनाडा विश्वविद्यालय द्वारा)

क्षेत्र की आम समस्याएँ एवं सुझाव दर्ज़ करवाएं.

क्षेत्र की आम समस्याएँ एवं सुझाव दर्ज़ करवाएं.

नमस्कार, मैं शिवपाल सावरिया आपके क्षेत्र का प्रतिनिधि बोल रहा हूँ. मैं क्षेत्र की आम समस्याओं के समाधान के लिए आपके साथ मिल कर कार्य करने को तत्पर हूँ, चाहे वो हो क्षेत्र में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, समानता, प्रशासन इत्यादि से जुड़े मुद्दे या कोई सुझाव जिसे आप साझा करना चाहें. आप मेरे जन सुनवाई पोर्टल पर जा कर ऑनलाइन भेज सकते हैं. अपनी समस्या या सुझाव दर्ज़ करने के लिए क्लिक करें - जन सुनवाई.

हमसे ईमेल या मैसेज द्वारा सीधे संपर्क करें.

क्या यह आपके लिए प्रासंगिक है? मेसेज छोड़ें.

More

संजय कुमार- दिवस  रोशन सिंह जी  दिवस  पर उन्हें  शत शत नमन

संजय कुमार- दिवस रोशन सिंह जी दिवस पर उन्हें शत शत नमन

प्रति वर्ष 12 जनवरी के दिन स्वामी विवेकानंद का जन्मदिवस समस्त भारतवर्ष में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन आधुनिक भारत ...

संजय कुमार-जयंती बाबा गुरु घासीदास  जी जयंती  पर उन्हें  शत शत नमन

संजय कुमार-जयंती बाबा गुरु घासीदास जी जयंती पर उन्हें शत शत नमन

प्रति वर्ष 12 जनवरी के दिन स्वामी विवेकानंद का जन्मदिवस समस्त भारतवर्ष में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन आधुनिक भारत ...

संजय कुमार- दिवस  राजेन्द्रनाथ लाहिड़ी जी  दिवस   पर उन्हें  शत शत नमन

संजय कुमार- दिवस राजेन्द्रनाथ लाहिड़ी जी दिवस पर उन्हें शत शत नमन

प्रति वर्ष 12 जनवरी के दिन स्वामी विवेकानंद का जन्मदिवस समस्त भारतवर्ष में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन आधुनिक भारत ...

संजय कुमार- दिवस  विजय दिवस  हार्दिक शुभकामनाएं

संजय कुमार- दिवस विजय दिवस हार्दिक शुभकामनाएं

वीर सैनिकों के साहस, शौर्य और बलिदान के प्रतीक "कारगिल विजय दिवस" की हार्दिक शुभकामनाएं। मां भारती के चरणों में अपने प्राणों की आहुति देने व...

संजय कुमार-राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता के प्रतिपालक लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल पुण्यतिथि  सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि

संजय कुमार-राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता के प्रतिपालक लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल पुण्यतिथि सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि

कोई भी देश तभी मजबूत हो सकता है, जब उसकी जड़ें मजबूत हों यानि उसकी एकता और अखंडता बनी रहे। हमारा देश 200 वर्षों तक गुलाम रहा, जिसका सबसे बाद...

संजय कुमार- पुण्यतिथि  बी.के. एस. आयंगर जी  पुण्यतिथि   पर उन्हें  शत शत नमन

संजय कुमार- पुण्यतिथि बी.के. एस. आयंगर जी पुण्यतिथि पर उन्हें शत शत नमन

ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित यू. आर. अनंतमूर्ति का जन्म 21 दिसम्बर को हुआ था। वे कन्नड़ भाषा के प्रसिध्द साहित्यकार, आलोचक और शिक्षाविद थे।...

संजय कुमार-पुण्यतिथि  मदन मोहन मालवीय जी पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि

संजय कुमार-पुण्यतिथि मदन मोहन मालवीय जी पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि

प्रति वर्ष 12 जनवरी के दिन स्वामी विवेकानंद का जन्मदिवस समस्त भारतवर्ष में राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन आधुनिक भारत ...

संजय कुमार-पुण्यतिथि भाई परमानंद जी पुण्यतिथि  पर उन्हें शत्-शत् नमन।

संजय कुमार-पुण्यतिथि भाई परमानंद जी पुण्यतिथि पर उन्हें शत्-शत् नमन।

बहुआयामी व्यक्तित्व के स्वामी एवं भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रान्तिकारी भाई परमानंद आर्यसमाज और वैदिक धर्म के अनन्य प्रचारक थे | इत...

Know More

जुड़ें संजय कुमार से

संजय जी जदयू के आला नेता होने के साथ ही समाज कल्याण कार्यों से भी लगातार जुड़े हुए हैं, इनके कार्यों के बारे में सबसे पहले अपडेट पाने के लिए नीचे अपना ईमेल और नाम एंटर करें.

© Sanjay Kumar (JDU) & Navpravartak.com Terms  Privacy