बदायू लोकसभा के बिल्सी विधानसभा क्षेत्र में, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने संविधान बचाओ सम्मलेन का आयोजन किया. जिसमे पूर्व राज्यमंत्री प्रदेश सचिव सपा, उत्तर प्रदेश कायमगंज विधानसभा के राजनेता सर्वेश अम्बेडकर ने शामिल होकर अपनी भागेदारी निभाते हुए जनसभा को संबोधित किया और वर्तमान सरकार की तानाशाही राजनीति और रूढ़िवादी रवैया के विरुद्ध अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की.
बता दे कि शिवपाल सिंह ने राष्ट्रव्यापी 'संविधान बचाओ अभियान' को मद्देनजर रखते हुए भाजपा शासन के अंतर्गत संविधान और दलितों के ऊपर हो रहे कथित हमले पर प्रतिक्रिया जाहिर की। उन्होंने कहा कि यह अभियान सभी राज्यों के सभी ज़िलों में चलाया जाएगा.
वहीं सर्वेश अम्बेडकर ने सम्मलेन में कहा, कि इसके माध्यम से देशभर के तमाम कार्यकर्ता और नेता जुटेंगे. इस दौरान संविधान पर हो जो हमले हो रहे हैं और प्रजातंत्र पर जो ख़तरा दिख रहा है, उससे हम सभी मिलकर लोगों को अवगत कराएंगे. देश चलाने के लिए संविधान को सबसे पवित्र ग्रंथ माना जाता है. लेकिन "जब से केंद्र में बीजेपी की सरकार आई है तब से जो भी संवैधानिक तौर तरीके हैं और सरकार चलाने का जो दायित्व है, न्यायपालिका, कार्यपालिका को सम्मान देने का जो दायित्व बनता है, वो नहीं निभाया जा रहा है."
वो कहते हैं, कि "संसद में जिस तरह से विपक्ष को अपनी बात कहने का मौका दिया जाना चाहिए वो नहीं दिया जा रहा है. पिछले सत्र में, विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लाया. इस पर स्पीकर ने कहा कि जब तक सदन में पूरी तरह से शांति नहीं होगी वो इसे नहीं लेंगी, लेकिन उसी सदन में उससे कुछ दिन पहले शोर शराबे के बीच वित्त विधेयक केवल 30 मिनट में पास हो गया. आज के दिन विपक्ष के पास मुद्दे हैं जिस पर देश को विचार करना होगा.
उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, कि इस सम्मेलन के आयोजन का उद्देश्य, बड़े पैमाने पर बढ़ रही बेरोजगारी, आर्थिक मंदियों, भ्रष्टाचार एवं तानाशाही राजनीति को देश के सामने लाने और लोगों को जागरूक कराना है. इस सम्मलेन में सर्वेश अम्बेडकर के साथ समाजवादी पार्टी एवं बाबा साहब वाहिनी के अन्य सदस्य भी मौजूद रहे.
नमस्कार, मैं सर्वेश अम्बेडकर आपके क्षेत्र का प्रतिनिधि बोल रहा हूँ. मैं क्षेत्र की आम समस्याओं के समाधान के लिए आपके साथ मिल कर कार्य करने को तत्पर हूँ, चाहे वो हो क्षेत्र में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, समानता, प्रशासन इत्यादि से जुड़े मुद्दे या कोई सुझाव जिसे आप साझा करना चाहें. आप मेरे जन सुनवाई पोर्टल पर जा कर ऑनलाइन भेज सकते हैं. अपनी समस्या या सुझाव दर्ज़ करने के लिए क्लिक करें - जन सुनवाई.