पूर्व राज्यमंत्री व प्रदेश मंत्री सर्वेश अम्बेडकर जी ने बताया कि आज अपने समाजवादी चिंतक, दुनिया के महान विचारक डॉक्टर राम मनोहर लोहिया का परिनिर्वाण दिवस है। आज ही के दिन नई दिल्ली के वेलिंगटन अस्पताल में, जो आज डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अस्पताल से जाना जाता है, यह चिंता जाहिर करते हुए कि, "एक के लिए हजार डॉक्टर और हजारों के लिए एक भी नहीं" हम सब करोड़ों करोड़ वंचितों के मार्गदाता सदा-सदा के लिए छोड़ कर चले गए थे।
वर्ष 1960 में धर्म और राजनीति की व्याख्या करते हुए आपने कहा था, "धर्म दीर्घकालीन राजनीति है और राजनीति अल्पकालिक धर्म है।---" इसे और स्पष्ट करते हुए आपने कहा था, "धर्म है अच्छाई को करना और अच्छाई की तारीफ करना और राजनीति है बुराई से लड़ना और बुराई की निंदा करना।"--- तब आपने यह भी कहा था,-- "सिर्फ भारत में नहीं, सारे संसार में, राजनीति कलही हो रही है और धर्म निष्प्राण हो गया है।" आज भी यह सब कुछ हम लोगों के सामने से गुजर रहा है।
लेकिन जिनके लिए आपने आजीवन संघर्ष किया वे निराश और हताश न हों, आपने उनका साहस बढ़ाते हुए यह भी कहा था, " लोग मेरी बात सुनेंगे, शायद मेरे मरने के बाद, लेकिन किसी दिन सुनेंगे जरूर। आज नए नेतृत्व और लोगों में नई खूबियों की जरूरत है। बहुत आराधना हो चुकी, फूल चढ़ाना और यशोगान भी हो चुका।--- नेता रहेंगे, अनेक नेता रहेंगे, एक नेतृत्व भी रहेगा। वह असली नेता लोगों पर अधिक जादू कर सकेगा।--- लेकिन नया नेतृत्व और नए लोग राष्ट्रीय व अंताराष्ट्रीय स्तर के नहीं, गांव के स्तर के होंगे।" सचमुच में आज आपकी भविष्यवाणी सही साबित हो रही है। गांव-गांव से वंचित समाज के लोग भारतीय राजनीति में अपनी पैठ बनाते दिख रहे हैं। आपके परिनिर्वाण दिवस पर इसी रूप में मैं आपको याद करता हूं और कोटि-कोटि नमन करता हूं।
नमस्कार, मैं सर्वेश अम्बेडकर आपके क्षेत्र का प्रतिनिधि बोल रहा हूँ. मैं क्षेत्र की आम समस्याओं के समाधान के लिए आपके साथ मिल कर कार्य करने को तत्पर हूँ, चाहे वो हो क्षेत्र में सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, समानता, प्रशासन इत्यादि से जुड़े मुद्दे या कोई सुझाव जिसे आप साझा करना चाहें. आप मेरे जन सुनवाई पोर्टल पर जा कर ऑनलाइन भेज सकते हैं. अपनी समस्या या सुझाव दर्ज़ करने के लिए क्लिक करें - जन सुनवाई.