हाथरस थाना चंदपा के पास दलित बेटी के गैंगरेप हत्या के विरोध में समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता देशभर में सत्याग्रह आंदोलन का सहारा ले रहे हैं। महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष (अनुसूचित जाति, जनजाति प्रकोष्ठ) सर्वेश अंबेडकर सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने सत्याग्रह आंदोलन कर सरकार की संविधान और जनविरोधी नीतियों का विरोध किया। गौरतलब है कि हाथरस में हैवानियत और प्रशासन की निरंकुशता का शिकार हुई बेटी, किसान विरोधी बिल, विपक्ष के नेताओं पर बीजेपी का अत्याचार, लचर हो रही कानून व्यवस्था और बेरोजगारी आदि मुद्दों को लेकर सपा ने महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर सत्याग्रह आंदोलन कर दो घंटे मौन प्रदर्शन कर सरकार का विरोध किया था।
इस दौरान पुलिस प्रशासन द्वारा एक बार फिर बर्बरता दिखाई गई और सत्याग्रह करने पर लाठीचार्ज के बाद गिरफ्तार कर सपा के हजारों कार्यकर्ताओं को कांशीराम स्मारक में बनी अस्थायी जेल में बंद कर दिया। इस पर दुख व्यक्त करते हुए सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष (अनुसूचित जाति, जनजाति प्रकोष्ठ) सर्वेश अंबेडकर ने कहा कि,
"उत्तर प्रदेश में कानून, लोकतंत्र और संविधान सभी कुछ सरकार द्वारा सस्पेन्ड कर दिया गया है, आज कार्यकर्ताओं के मौन सत्याग्रह से भी सरकार को आपत्ति है और हजारों कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर अस्थायी जेल में डाल दिया गया है।"