भारत के प्रमुख स्वाधीनता सेनानी, देश के छठे प्रधानमंत्री, भारत रत्न श्री मोरारजी देसाई को उनकी पुण्यतिथि पर शत शत नमन। सर्वोच्च सिद्धांतों के प्रणेता एक ऐसे राजनेता जिन्होंने स्वतंत्रता सेनानी लोकमान्य तिलक और पूजनीय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी से प्रेरणा लेकर सरकारी नौकरी का त्याग कर दिया और आजीवन देशसेवा में संकल्पित रहे, आज उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर जन जन उन्हें याद कर रहा है। वह राजनीति में पारदर्शिता और साधन-शुचिता के प्रणेता रहे हैं और वह भारतीय इतिहास में ऐसे पहले प्रधानमंत्री रहे हैं, जो काँग्रेस पार्टी से नहीं थे।
श्री मोरारजी देसाई का कार्यकाल आज भी याद किया जाता है, देश में आपातकालीन परिस्थितियों के बाद जन पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को चुनावों में हार मिली तब मोरारजी देसाई को देश का प्रधानमंत्री चुना गया था। अपने आदर्श व्यक्तित्व और सिद्धांतों के चलते उन्हें भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न व पाकिस्तान के सर्वोच्च सम्मान निशान-ए-पाकिस्तान से भी सम्मानित किया गया था।