"जनता के दरबार में मुख्यमंत्री" कार्यक्रम की शुरुआत आज पांच साल बाद की गई, जिसमें आम जनता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी से सीधे संवाद करते हुए अपनी समस्याएं बताई। साल 2016 के बाद यह पहला मौका है, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जनता ने अपनी समस्या और शिकायत बताई, साथ ही मुख्यमंत्री जी ने ऑन द स्पॉट लोगों की समस्याओं के निपटारा करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।
12 जुलाई से शुरू किए गए "जनता के दरबार में मुख्यमंत्री" नाम के कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, कला संस्कृति, वित्त, श्रम संसाधन और सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़े मामलों की शिकायतें सुनी गई और इन विभागों के संबंधित मंत्री और अधिकारी भी कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहे।
कार्यक्रम को कोरोना प्रोटोकॉल के तहत ही आयोजित किया गया, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ साथ मास्क और सैनिटाईजिंग का भी भरपूर इंतजाम किया गया। मुख्यमंत्री सचिवालय 4 केजी के कैंपस में आयोजित हुए इस कार्यक्रम की वेबकास्टिंग बेल्ट्रॉन के जरिए की गई और सूचना व जनसम्पर्क विभाग की सोशल मीडिया साइट पर इसका लाइव टेलीकास्ट भी प्रसारित किया गया।