आज रमनकांत त्यागी के द्वारा सीडीओ मेरठ श्री शशांक चौधरी और डीएफओ श्री राजेश कुमार के साथ मिलकर समस्त टीम के साथ काली नदी का निरीक्षण किया गया। इस दौरान यह पाया गया कि जहां नदी में पानी नहीं था, वहां अब पानी थम गया है। काली नदी को पुनर्जीवन देने की दिशा में अब शीघ्र ही नदी के निचले क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त कराकर सघन पौधरोपण किया जाएगा, जिससे नदी को प्राकृतिक भूजल से रिचार्ज किया जा सके।
गौरतलब है कि काली नदी को उसके उद्गम स्थल पर पुनर्जीवन देने के लिए अंतवाड़ा ग्राम के गत वर्ष नदीपुत्र रमनकांत त्यागी जी के द्वारा शासन-प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से ग्रामीणजनों के साथ मिलकर काली संरक्षण के प्रयास किए गए थे, जिसका परिणाम हुआ कि काली नदी स्वयं ही अपने उद्गम स्थल पर एक धारा के रूप में बहने लगी। नीर फाउंडेशन सहित विभिन्न संस्थाओं के संयुक्त प्रयासों से काली नदी उद्गम स्थल अंतवाडा पर अब काली नदी जीवंत दिखने लगी है। इन्हीं प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए अब नदी किनारे सघन वन रोपण का अभियान चलाया जाएगा।