छोटी नदियों को संवारकर ही गंगा, यमुना जैसी बड़ी नदियों को साफ किया जा सकता है। केंद्र और प्रदेश सरकार ने अब इस योजना पर अमल शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में काली नदी पश्चिम, काली नदी पूर्व और हिंडन जैसी अनेकों छोटी नदियों को प्रदूषण मुक्त करने की दिशा में कार्य किया जाएगा। इस काम में समाज के सभी वर्गों और संस्थाओं की मदद ली जाएगी।
छोटी नदियों को पुनर्जीवन देने की इसी सोच के साथ मेरठ के डिविजनल कमिश्नर श्री सुरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आज मेरठ मंडल की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में सभी छह जिलों (मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्धनगर और बुलंदशहर) के जिलाधिकारियों को योजना पर कार्य करने के लिए कहा गया। उन्हें अपने अपने जिलों की छोटी नदियों का पुनरुद्धार करने के लिए दिशा निर्देशित किया गया, साथ ही कहा गया कि नदीपुत्र रमनकांत तकनीकी सहयोग देते हुए इस कार्य में समन्वय करेंगे।