सहारनपुर के चिलकाना में किसान महापंचायत में शिरकत करते हुए काँग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी सहारनपुर पहुंची और उन्होंने अनेकों मुद्दों पर संबोधन दिया। कार्यक्रम से पहले प्रियंका गांधी ने माता शाकंभरी देवी के धाम पर जाकर माथा टेक और आशीर्वाद लिया, इसके साथ ही वह रायपुर गांव की खानकाह में हजरत रायपुरी की दरगाह भी पहुंची। किसान महापंचायत के जरिए उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि काँग्रेस किसानों के हक की लड़ाई में उनके साथ खड़ी है और इन कानूनों को कभी भी लागू नहीं होने दिया जाएगा।
किसान महापंचायत में उमड़े जनसैलाब को संबोधन देते हुए काले कृषि कानूनों की पोल खोलते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि, इन तीन कृषि कानूनों की सच्चाई यही है कि किसानों के हित की उपेक्षा करते हुए भाजपा ने इन्हें खरबपति मित्रों के फायदे के लिए बनाया है। उन्होंने किसानों से अपील की की आप पीछे मत हटिए, यदि कॉंग्रेस की सरकार प्रदेश में आई तो कृषि कानूनों को रद्द कर दिया जाएगा। सरकार का उद्देश्य सरकारी मंडियाँ खत्म करके सभ कुछ निजी हाथों में बेच देना है, जिसे हम कामयाब नहीं होने दे सकते।
इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री के निजीकरण की नीति पर चर्चा करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के 56 इंच के सीने में छोटा स दिल है, जो केवल अपने पूंजीपति दोस्तों के लिए ही धड़कता है। उन्होंने रेलवे बेच दिया, जीवन बीमा बेच दिया, बहुत से अन्य सरकारी उपक्रम बेच दिए। गन्ना किसानों को 15 हजार करोड़ का भुगतान करने में केंद्र सरकार पीछे हट गई लेकिन 16 हजार करोड़ के राफेल जहाज खरीद लिए तो संसद भवन को सजाने-सँवारने में 20 हजार करोड़ का खर्च किया जा रहा है। सरकार किसानों को देशद्रोही बता रही है, जहां अन्नदाता को समर्थन देना चाहिए था, किसानों की बात सुनी जानी चाहिए थी, वहां किसानों को ही बागी बना देना कहाँ तक उचित है? किसानों का मजाक उड़ाने वाले को देशभक्त तो कतई नहीं कहा जा सकता है।