देश में जहां एक ओर नवरात्रों में देवी शक्ति का पूजन किया जा रहा है, वहीं रमजान का पवित्र महीना भी चल रहा है और मुस्लिम भाई रोज़े रख अल्लाह की इबादत कर रहे हैं। पर्वों के इस दौर में गुजरात के एक छोटे से गांव हदियोल ने धार्मिक एकता की अनूठी मिसाल देश के सामने रखी है। दलवाड़ा जिले के बनासकांठा में स्थित हदियोल गांव में वरदावीर महाराज का 1200 वर्ष पुराना मंदिर है, जिसे मंदिर संचालकों ने मुस्लिम समाज के भाइयों के लिए मगरिब की नमाज पढ़ने और रोज़ा खोलने के लिए व्यवस्थित किया और साथ ही संचालकों ने सभी रोजेदारों के लिए भोजन-पानी का भी इंतजाम अपनी ओर से किया।
सामाजिक समरसता की इस खबर को जानने के बाद लखनऊ से मेराज वली खान ने कहा कि आज के समय में जहां धर्म और मजहब के नाम पर सियासत लगातार जारी है, वहां इस प्रकार की खबरें दिल को सुकून देती हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वाकई इस प्रकार की कौमी एकता और आपसी भाईचारे की आवश्यकता है। देश में सभी एक होकर चलेंगे, तभी हमारे मुल्क में शांति-अमन बना रहेगा और हम सभी विकास के नए मार्ग पर चल पाएंगे।