पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में मिली हार के एक दिन बाद कांग्रेस के "असंतुष्ट" नेताओं ने विरोध के स्वर उठा दिए हैं और कॉंग्रेस में बड़े बदलाव की मांग उठा दी है। पिछले वर्ष जी-23 के नेता कांग्रेस आलाकमान के नेतृत्व पर सवाल खड़े कर चुके हैं और ऐसे में चुनाव में हार के बाद एक बार फिर कांग्रेस पार्टी के अंदर हलचल शुरू होने लगी है। ऐसे में कॉंग्रेस के समर्थन में खड़े हुए मेराज वली खान ने जी-23 के नेताओं को घेरते हुए कहा कि,
"उत्तर प्रदेश सहित अन्य चार राज्यों में जो कॉंग्रेस की हार हुई है, उससे कईं वरिष्ठ नेता परेशान है, यह मैं समझ सकता हूं। लेकिन जब यही नेता गांधी परिवार पर आरोप लगाकर उनकी समीक्षा करने लगते हैं और उनसे इस्तीफा मांगने लगते हैं। तो मुझे ऐसे नेताओं की नीयत पर शंका होती है। यह सभी वह नेता हैं जिनको नेता बनाने में गांधी परिवार का हाथ है वरना यह नेता अपने विधानसभा क्षेत्र से चुनाव भी नहीं जीत सकते थे, लेकिन इनको बड़े बड़े पदों पर इसी गांधी परिवार ने स्थापित किया और इनको नेता बनाया। यह दल जो बना हुआ है जी-23, इसे वास्तव में मैं जी-दो-तीन कहूंगा क्योंकि इसमें जो भी नेता शामिल हैं उनके पास दो या तीन से ज्यादा लोगों का समर्थन नहीं है।"