देश के पूरिव
प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसम्बर को हुआ था। वो
पहले तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने थे। साथ ही साथ वे हिन्दी कवि, पत्रकार व
प्रखर वकता थे। पूर्व प्रघानंमत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने भारत में विकास अंव
सुशासन के नए शिखर तए किए थे। अटलजी ने राजनीति में मर्यादाओं का पालन किया। वे भारतीय
जनसंघ के संस्थापकों में एक थे, और
1968 से 1973 तक
उसके अध्यक्ष भी रहे।
उपलब्धिया
अटल
बिहारी वाजपेयी की जंयती यानी 25 दिसम्बर को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता हैं।
उन्हे 2014 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। भारत के पूर्व पीएम वाजपेयी
हिंदी में संयुक्त राष्ट्र विधानसभा में भाषण देने वाले पहले विदेश मंत्री भी थे. 4 अक्टूबर, 1977 को उन्होंने जब हिंदी में भाषण दिया, तो यूएन
तालियों से गूंज उठा था।
प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल
अटल सरकार ने 11 और 13 मई 1998 को पोखरण में पाँच भूमिगत
परमाणु परीक्षण विस्फोट करके भारत को परमाणु शक्ति संपन्न देश घोषित कर दिया। इसके
बाद पश्चिमी देशों द्वारा भारत पर अनेक प्रतिबंध लगाए गए लेकिन सरकार ने सबका
दृढ़तापूर्वक सामना करते हुए आर्थिक विकास की ऊँचाईयों को छुआ।
पाकिस्तान से संबंधों में सुधार की
19 फरवरी 1999 को सदा-ए-सरहद नाम से दिल्ली से लाहौर तक बस सेवा शुरू की गई। इस सेवा का उद्घाटन
करते हुए प्रथम यात्री के रूप में वाजपेयी जी ने पाकिस्तान की यात्रा करके नवाज़
शरूफ से मुलाकात की और आपसी संबंधों में एक
नयी शुरुआत की।
कवि के रूप में अटल जी
अटल बिहारी वाजपेयी राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ
एक कवि भी थे। मेरी इक्यावन कलिताएं अटल जी का प्रसिद्ध
काव्यसंग्रह है। वाजपेयी जी को काव्य रचनाशीलता एवं रसास्वाद के गुण विरासत में
मिले हैं। उनके पिता कृष्ण बिहारी वाजपेयी ग्वालियर
रियासत में अपने समय के जाने-माने कवि
थे उनकी सर्व प्रथम कविता ताजमहल थी।
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