"राजधानी दिल्ली का विकास स्पष्ट रूप से देश के और प्रत्येक नागरिक के विकास से जुड़ा है। ऐसे में शराब का निजीकरण कर हर गली मोहल्ले में शराब के ठेके खुलवाकर दिल्ली सरकार ने समाज को क्या संदेश देने का प्रयास किया है? दिल्ली सरकार को बिहार मॉडल की ओर देखने की आवश्यकता है, हमारे नेता माननीय नीतीश कुमार जी ने किसी प्रकार के राजस्व की चिंता किए बिना बिहार को शराब के कहर से मुक्त कराया, परिवारों में शांति-सौहार्द को बढ़ावा दिया और युवाओं के भविष्य को बर्बाद होने से बचाया। लेकिन दिल्ली में शराब के ठेकों का निजीकरण कर सरकार ने दिल्ली के लोगों के भविष्य को चौपट करने का निर्णय ले लिया है।"
यह सभी बातें जदयू दिल्ली प्रदेश से महासचिव एवं युवा प्रभारी अमल कुमार ने कालकाजी विधानसभा में हुए प्रदर्शन में अपने संबोधन के दौरान कही। राजधानी दिल्ली में शराब के खिलाफ संघर्ष को तेज करते हुए जनता दल यूनाइटेड ने आज कालकाजी विधानसभा में आईटी सेल प्रभारी नीरज जी के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। इस मौके पर दिल्ली सरकार की इस नई आबकारी नीति से नाराज होकर आप कालकाजी के पूर्व व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुशील गर्ग ने भी जदयू का हाथ थाम लिया।
दिल्ली सरकार की शराब नीति का विरोध कर रहे जदयू कालकाजी कार्यकताओं को विधायिका आतिशी के इशारे पर पुलिस बुलवाकर रोकने का प्रयास किया गया परंतु लोकतंत्र में जनता की आवाज को बंद करने में वह असफल रही। गौरतलब है कि नई आबकारी नीति के खिलाफ जदयू ने हाल ही में पालम विधानसभा में भी आवाज उठाई थी और एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन व उपवास कर अपना विरोध जताया था। कालकाजी में भी आयोजित हुए धरने के दौरान सभी जदयू नेताओं ने एक स्वर में कहा कि राजधानी के हर गली नुक्कड़ में शराब की दुकानें खुलवाकर दिल्ली को आर्थिक तौर पर शराब के निर्भर बनाया जा रहा है, इससे सामाजिक विघटन की स्थिति पैदा होगी और साथ ही समाज में अपराध भी बढ़ेंगे।