कानपुर नगर में ईडी की मनमानियों के खिलाफ कॉंग्रेसी कार्यकर्ताओं का आक्रोश जारी है और कॉंग्रेस के वरिष्ठ नेता एडवोकेट राजीव द्विवेदी का कहना है कि ईडी के खिलाफ हम सभी कार्यकर्ताओं का आंदोलन इसी प्रकार जारी रहेगा। उन्होंने नेशनल हेराल्ड के भाजपाई दावों का सच जनता के सामने लाते हुए कहा कि,
"आजादी के समय के बाद से ही नेशनल हेराल्ड अखबार घाटे में जाने लगा था। इस संकट से अखबार को उबारने के लिए कॉंग्रेस के वर्ष 2002 से 2011 के दौरान इसे 90 करोड़ का ऋण 100 किस्तों में दिया था। जिसमें से लगभग 67 करोड़ रुपये नेशनल हेराल्ड ने अपने कर्मचारियों के वेतन और वीआरएस का भुगतान करने के लिए प्रयोग किए। यहां दिलचस्प पहलू यह है कि आजादी की लड़ाई लड़ने वाला यह अखबार आजादी के बाद भी अपने कर्मचारियों के भविष्य के लिए चिंतित रहा। साथ ही बाकी की राशि को अखबार ने बिजली शुल्क, गृहकर, देनदारियों का भुगतान और भवन व्यय इत्यादि के लिए इस्तेमाल किया। यहां यह समझ से परे है कि जो अखबार कर्ज लेकर देनदारियाँ चुका रहा हो, वह घोटाला किस प्रकार कर सकता है।"