Raman kant
  • Home
  • About
  • Recents
  • Contact

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत

  • By
  • Raman kant Raman kant
  • April-23-2022

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

अप्रैल माह वैश्विक रूप से विविधता और नवऊर्जा का प्रतीक महीना है. मुख्यत: अप्रैल का नाम ग्रीक गॉडेस, एफ़्रोडाइट के नाम पर रखा गया है. रोमन कैलेंडर के अंतर्गत चौथे महीने को पहले अप्रिलिस लिखा जाता था, जिसका अर्थ है "खुल जाना." उत्तरी गोलार्द्ध के अंतर्गत इस माह को बसंत ऋतू का प्रतीक माना जाता है, जिसमें वृक्ष फलों और फूलों से लद जाते हैं और इसी विशिष्टता के चलते इस माह को अप्रैल नाम दिया गया.

हालांकि इस वर्ष नवसृजन का प्रतीक यह माह कोरोना के भय के बीच आया है, अंग्रेजी नववर्ष के हिसाब से भी देखा जाए तो जनवरी से ही यह महामारी चीन में अपने पैर पसार चुकी थी और फिर वहां से यह सभी देशों में चली आई और फिलवक्त यह तमाम विश्व में खौफ का पर्याय बनी हुयी है. वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन के आगाह पर लगभग सभी देशों को लॉकडाउन कर दिया गया है. 

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

आइयें जानते हैं कैसे महामारी के इस दौर में अपने स्वास्थ्य का रखें ख्याल, कैसे बीमारियों को खुद से दूर रखें और कैसे अप्रैल माह में बदलते मौसम के बीच खुद को रखें फिट एंड फाइन. 

1. अप्रैल में जलवायु परिवर्तन –

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मार्च से ही ग्रीष्म ऋतु का आगमन हो जाता है और उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में मार्च से ही सूर्य की कर्क रेखा की ओर बढ़त के साथ ही तापमान में भी वृद्धि होने लगती है. सामान्यत: अप्रैल माह में तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से ऊपर ही रहता है, जिसमें बढ़त निरंतर जारी रहती है, वहीं दक्षिणी भारत में हालांकि तापमान तो अधिक रहता है, परन्तु प्रायद्वीपीय स्थिति के चलते मौसम मृदु बना रहता है.

वहीँ परंपरागत रूप से छ: ऋतुओं में विभाजित भारतीय मौसम चक्र के अंतर्गत चैत्र माह को बसंत ऋतु का ही अंतिम माह माना जाता है. चरक संहिता के कथनानुसार शिशिर ऋतु को उत्तम बलवाली, बसंत ऋतु को मध्यम बलवाली और ग्रीष्म ऋतु को दौर्बल्य वाली ऋतु माना गया है.

चूंकि अप्रैल में तापमान अधिकता से बढ़ता है, इसलिए इसे ग्रीष्म ऋतू के अंतर्गत ही सम्मिलित किया जा सकता है. ग्रीष्म ऋतु में गरम जलवायु शरीर में पित्त एकत्र करती है और प्रकृति में होने वाले परिवर्तन शरीर को प्रभावित करने लगते हैं.

गर्मी के बढ़ने से शरीर की धातुएं भी क्षीण होने लगती है, सूर्य की प्रखर किरणें शारीरिक ऊर्जा को सोखने का कार्य करती हैं, जिससे थकान और कमजोरी महसूस होना सामान्य है. अप्रैल माह में विशेष रूप से गर्मी बढ़ने के साथ साथ ही धूल भरी आंधी भी चलने लगती है, मौसम में होने वाले इस बदलाव से होने वाले प्रभाव इस प्रकार हैं..

1. मौसम बदलने के साथ ही वातावरण में वायरस सक्रिय हो जाते हैं.

2. वायु में बैक्टीरिया के कण बड़ी मात्रा में उत्पन्न होते हैं, जो तेज हवा चलने से धूल के अन्य कणों के साथ ही शरीर में प्रवेश करने लगते हैं.

3. तापमान बढ़ने से शरीर में पित्त की मात्रा भी बढती है, जो प्रतिरोधक क्षमता को धीमा कर देती है और वायरल इन्फेक्शन होने की आशंका बढ़ जाती है.

2. मौसमी फल एवं सब्जियां -

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

जिस प्रकार मौसम में परिवर्तन होता है उसी प्रकार हमें भी अपनी जीवनशैली व खानपान में परिवर्तन करना पड़ता है. सर्दियों के मौसम के बाद गर्मियों का आरंभ होने लगता है. इसी कारण शरीर में पोषक तत्वों का अभाव होने लगता है, जिससे शरीर से जल की मात्रा भी कम होने लगती है तो इसी लिहाज से गर्मियों में जलतत्व से भरपूर सब्जियों व ठंडे तासीर वाले फलों को अपने डायट चार्ट में शामिल किया जाता है. जिससे शरीर में जल की आपूर्ति भी होती रहे और साथ ही आवश्यक पोषक तत्व भी शरीर को प्राप्त होते रहें.

कुछ इस प्रकार की सब्जियां व फल अपने खाने में प्रयोग कर आप गर्मियों में स्वस्थ रह सकते हैं :

करेला - विभिन्न पोषक तत्वों से भरपूर करेला सम्पूर्ण भारत में सब्जी व अचार के रूप में प्रयोग में लाया जाता है. करेला स्वाद में बेहद कड़वा होता है परन्तु यह स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है.

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

लौकी/घीया – भरपूर मात्रा में जलतत्त्व से परिपूर्ण लौकी ज्यादातर लोगों को खाने में पसंद होती है. गर्मियों में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होने वाली लौकी से लोग विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाते हैं, जैसे लौकी की भाजी, लौकी का रायता, नवरात्रि व्रत में खाई जाने वाली लौकी की खीर व बर्फी इत्यादि.

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

खीरा - शरीर की आन्तरिक तपन को शांत करने में खीरा सर्वाधिक सहायक होता है. जिसे केवल भारत में ही नही अपितु सम्पूर्ण विश्व में लोग प्राय: 12 महीने सलाद के रूप में प्रयोग करते हैं, परन्तु अप्रैल माह से यह ताजा व सरल रूप से बाज़ार में उपलब्ध होता है.

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

कद्दू/सीताफल – गर्मियों के दिनों में सर्वाधिक रूप से प्रयोग में लाया जाने वाले कद्दू में पोटेशियम व फाइबर की मात्रा प्रचुर रूप से होती है. भारत में लोग प्राय: कद्दू को सब्जी बनाने के साथ-साथ, सूप आदि के रूप में भी सेवन करते है.

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

तोरई – तोरई जिसे ‘तुरई’ व ‘तुरूई’ के नाम से भी जाना जाता है. यह सर्वत्र भारतवर्ष में सब्जी के रूप में प्रयोग की जाती है. आयुर्वेद के अनुसार यह पित्त व कफ़ दोष को समाप्त करती है. तराई को सब्जी, सूप, चटनी अथवा रायते के रूप में प्रयोग में लाया जाता है.   .

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

शरीर को शीतलता प्रदान करते कुछ फल

बेल -  बेल अथार्त वुड एप्पल आध्यात्मिक दृष्टि से पूजनीय होने के साथ-साथ औषधीय गुणों से भी भरपूर है. कफनाशक प्रवृति होने के कारण बेल पेट के लिए पूर्ण रूप से औषधि का कार्य करता है. बेल का जूस गर्मियों में शरीर को तरोताजा बनाये रखने में बेहद लाभप्रद है.  

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

संतरा – स्वास्थवर्धक गुणों से भरपूर संतरे में विटामिन सी की प्रचुर मात्रा होती है. रक्तशोधक व शक्तिवर्धक संतरे का लोग फल के रूप में तो सेवन करते ही हैं साथ ही इसे जूस, स्मूदी के तौर पर भी गर्मियों में शरीर को शीतलता देने में प्रयोग किया जा सकता है.

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -  

आम – फलों के राजा का ताज सर पर पहने आम में निहित पोषक तत्त्व हमारे शरीर के लिए बेहद उपयोगी होते हैं. आम एक ऐसा फल है, जिसकी भारत में विभिन्न किस्में उपलब्ध होती है. केवल भारत में ही नही यह फल सम्पूर्ण विश्व में अपने स्वाद के लिए प्रसिद्ध है. आम केवल फल के ही रूप में नही अपितु आमरस, लस्सी, शेक, एवं आम पापड़ के लिए भी लोगों के मध्य लोकप्रिय है.

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

अंगूर – अपने खट्टे-मीठे स्वाद से लोगों के बीच प्रसिद्ध अंगूर मात्र फल ही नही अपितु एक आयुर्वेदिक औषधि के रूप में भी जाना जाता है. इसके सेवन से शरीर गर्मियों में भी तरोताजा बना रहता है.

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

3. योगासनों द्वारा पाएं उत्तम स्वास्थ्य 

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

चैत्र माह से तापमान में तपिश होने लगती है, इसलिए प्राणायाम व कुछ योगासनों से शरीर को आन्तरिक ठंडक प्रदान की जा सकती है. व्यायाम हमारी जीवनशैली का महत्वपूर्ण अंग माना गया है और योगाभ्यास द्वारा शरीर की इम्युनिटी में भी वृद्धि की जाती है, जिससे शरीर विभिन्न रोगों से लड़ने में सक्षम हो सके. इसी दृष्टिकोण से हमें स्वस्थ शरीर व गर्मी से राहत पाने के लिए ऋतुचर्या के अनुसार प्राणायाम व आसनों को उपयोग में लाना चाहिए :

शीतली प्राणायाम

शीतली प्राणायाम अर्थात शरीर को शीतलता प्रदान करना. इसके लाभ इस प्रकार हैं..

1. इस प्राणायाम के माध्यम से व्यक्ति तनावमुक्त होता है.

2. शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने के लिए यह बेहद उपयोगी होता है.  

3. यह प्राणायाम त्वचा एवं नेत्र सम्बन्धी रोगों के लिए भी लाभदायक है.

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

भ्रामरी प्राणायाम

भ्रमर की भांति स्वर निकाल कर करने वाले प्राणायाम को भ्रामरी प्राणायाम की संज्ञा दी गयी है.

1. इसके नियमित रूप से अभ्यास करने से व्यक्ति तनाव मुक्त होता है.

2. इसके द्वारा स्वच्छ वायु का शरीर में प्रवेश होता है.

3. मस्तिष्क में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ने से शरीर को स्वाभाविक शीतलता प्राप्त होती है.

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

अनुलोम विलोम प्राणायाम   

श्वासों को साधने के लिए किया जाने वाले इस प्राणायाम के अनगिनत लाभ हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख इस प्रकार है..

1. इस प्राणायाम के द्वारा व्यक्ति अपने शरीर की ऊर्जा प्रणाली को सुचारू रूप से संचालित करने में सहायक होता है.

2. इसके अभ्यास से कुछ ही समय में व्यक्ति का मन स्थिर व शांत होता है.

3. अनुलोम विलोम प्राणायाम से तनाव व थकान से भी राहत मिलती है.

4. यह शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने में भी कारगर सिद्ध होता है.

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

शीतकारी प्राणायाम

मुख से “ओ” का आकार बनाकर साँस लेने से जीभ के द्वारा शीतल वायु शरीर के अंदर प्रवेश करती है, इसी प्रक्रिया को शीतकारी प्राणायाम कहा जाता है.

1. इस प्राणायाम के माध्यम से व्यक्ति को गर्मी से राहत मिलती है.

2. मुंह को खोलकर तथा जीभ को बाहर निकाल कर मुंह के द्वारा गहरी साँस लेने से ठंडी हवा का शरीर में समाहित होती है, जो गर्मी के लिए बेहद उपयोगी होता है.

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

सर्वांगासन

चैत्र के दिनों में शरीर के तापमान में बेहद वृद्धि हो जाती है जिसे नियंत्रित करने में सर्वांगासन बेहद उपयोगी होता है.

1. इस आसन के द्वारा रक्त प्रवाह मस्तिष्क की ओर हो जाता है, जो शरीर के प्रत्येक अंग के लिए लाभकारी होता है.

2. इस आसन के नियमित अभ्यास से व्यक्ति के सभी रोग समाप्त होने लगते हैं.

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

विशेष नोट - उच्च रक्तचाप व सर्वाइकल के रोगियों को इसे न करने की सलाह दी जाती है.

4. क्या होती है प्रतिरक्षा प्रणाली 

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

किसी भी जीव के शरीर में होने वाली जैविक प्रक्रियाओं के समूह को उसकी प्रतिरक्षा प्रणाली के रूप में जाना जाता है, जिसका कार्य किसी भी बाहरी रोगजनक तत्व या नियोप्लास्टिक कोशिकाओं की पहचान करना और फिर उन्हें समाप्त करना होता है, जिससे इन रोगजनकों से होने वाले रोगों से शरीर की रक्षा हो सके. इस बाहरी रोगजनक तत्वों में विषाणु, वायरस, बैक्टीरिया, परजीवी कृमि आदि सम्मिलित होते हैं. इन रोगजनकों की पहचान करना बेहद मुश्किल काम है, जिसके लिए हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर से पोषक तत्व ग्रहण करती है. यह सभी जीवों जैसे मानवों, जंतुओं, पक्षियों, पौधों, वृक्षों आदि में प्राकृतिक रूप से पाई जाती है. 

5. इस तरह बढ़ाये अपनी इम्युनिटी पॉवर 

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

Covid-19 या नोवल कोरोनावायरस एक वैश्विक महामारी के रूप में देखा जा रहा है, जिससे चीन, अमेरिका, इटली, स्पेन, ईरान, फ़्रांस सहित दुनिया के लगभग सभी देश त्रस्त हैं. लाखों लोगों को प्रभावित कर रहा यह वायरस अब तक हजारों जानें ले चुका है. भारत में इससे प्रभावित लोगों की संख्या (2 अप्रैल, 2020 तक) 2000 का आंकड़ा पार कर चुकी है और लगभग 50 लोगों की जान इससे जा चुकी है. 

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

Covid-19 से बचने के लिए कोई भी एंटीडॉट या दवा अब तक नहीं बनी है और जितने भी लोगों ने इससे रिकवरी की है वह अपनी बेहतर इम्युनिटी के दम पर. कोरोना से मरने वाले लोगों के आंकड़ों पर गौर करें तो उनमें बुजुर्गों और विभिन्न रोगों (जैसे डायबीटीज, ह्रदय रोग, थायरोइड, हाइपरटेंशन आदि) से ग्रसित लोगों की संख्या अधिक है. इसलिए यह बेहद जरुरी हो जाता है कि हमारी इम्यून क्षमता मजबूत हों ताकि किसी भी रोग से हम लड़ सकें. आगे दिए गए कुछ उपायों से हम अपनी इम्युनिटी को बूस्ट कर सकते हैं..

1. विटामिन सी युक्त आहार जैसे संतरा, आंवला, नींबू, पपीता, अमरुद, पालक, अखरोट, तुलसी के पत्ते आदि का सेवन अवश्य करें. 

2. विटामिन ई और डी भी हमारी इम्युनिटी को बूस्ट करते हैं, इनमें मुनक्का, बादाम, पालक, ब्रोकली आदि सम्मिलित हैं. साथ ही प्रयास करें आप दिन में कुछ समय सूर्य की रोशनी भी प्राप्त कर सकें.  

3. पोषक तत्त्वों के आलावा योग और प्रणायाम से भी इम्युनिटी बेहतर होती है, श्वसन तंत्र को सुचारू बनाने वाली प्रक्रिया अनुलोम-विलोम, भ्रामरी आदि के नियमित अभ्यास से आप स्वयं ही स्वस्थ और ऊर्जावान महसूस करेंगे. 

4. पानी का सेवन अधिक करें, शरीर में वाटर लेवल संतुलित होने से भी आपकी प्रतिरोधक क्षमता सुचारू रूप से कार्य करती है.

5. गिलोय, तुलसी, अदरक, हल्दी, काली मिर्च जैसे आयुर्वेदिक तत्त्वों में एंटीबायोटिक, एंटीसेप्टिक, एंटी इंफ्लेमेटरी और जीवाणुरोधी गुण पाए जाते हैं, जो किसी भी बीमारी से लड़ने में बेहद कारगर सिद्ध होते हैं.   

6. बेहतर आहार-विहार के साथ साथ सकारात्मकता से भरे विचार भी बेहद अहम हैं. अपनी सोच को पॉजिटिव रखें, प्रेरणादायक पुस्तकें पढ़ें, अच्छा संगीत सुने, अपनी हॉबी के अनुसार कोई कार्य करें या ऐसा कुछ भी जिससे आपको तरोताजा महसूस होता हो, वह एक्टिविटी अपनी दिनचर्या में जोडें.  

6. ऐसे रहें कोरोना के कहर से सावधान

रमनकांत त्यागी -जान है तो जहान है कोरोना  हारेगा कोरोना, जीतेगा भारत -

1. स्वयं को और अपने आस पास के वातावरण को स्वच्छ रखें, यहां हम आपको हर 2 मिनट में रगड़ रगड़ कर हाथ धोने और बार बार सेनिटाईज करने के लिए नहीं कहेंगे. लेकिन भोजन करने से पहले, भोजन बनाने से पहले, किसी भी बाहरी वस्तु को छूने के बाद आप जरुर हाथों को अच्छे से धोएं.

2. हालांकि लॉकडाउन के चलते अधिकतर लोग बाहर नहीं जा रहे हैं, लेकिन फिर भी किसी कारणवश यदि आप बाहर जाते हैं तो विशेष रूप से ध्यान दें. मास्क, ग्लोवस पहनकर ही बाहर जायें और घर आने के बाद इन्हें उतारकर गर्म पानी से धोने के बाद ही उपयोग में लाये. 

3. कोरोना वायरस किसी भी सतह पर कुछ घंटों से कुछ दिनों तक जीवित रह सकता है, इसलिए बेहतर है कि बाहर से आये सामान को अच्छे से सेनिटाईज करें तभी उसका उपयोग करें. 

4. सब्जियों और फलों का सेवन भी गर्म पानी से धोकर करें, चाहे तो पानी में नमक, बेकिंग पाउडर या सिरका डालकर उसमें कुछ समय सब्जियों व फलों को भिगोकर छोड़ दें.  

5. यदि आपको बदलते मौसम से खांसी-जुखाम आदि की शिकायत है तो निरंतर मास्क का प्रयोग करें और बुखार होने पर तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें.  

 

हमसे ईमेल या मैसेज द्वारा सीधे संपर्क करें.

क्या यह आपके लिए प्रासंगिक है? मेसेज छोड़ें.

More

  • रमनकांत त्यागी -श्री देव सुमन जी श्री देव सुमन जी जयंती की जयंती पे उन्हें शत् शत् नमन

  • रमनकांत त्यागी - देश में नदी पुनर्जीवन के प्रयासों को मंच प्रदान करने के लिए डॉ प्रभात कुमार से हुई सार्थक चर्चा

  • रमनकांत त्यागी - अर्थ डे पर रेडियो आजतक के अर्थ शास्त्र कार्यक्रम में नदियों की दिशा व दशा पर हुई सार्थक चर्चा

  • रमनकांत त्यागी - हस्तिनापुर के पांडवकालीन अमृत कूप की मान्यता

  • रमनकांत त्यागी - तालाबों की वर्तमान में स्थिति पर गांव कनेक्शन की तथ्यात्मक ख़बर

  • रमनकांत त्यागी - सीडीओ और डीएफओ मेरठ के साथ किया गया काली नदी का निरीक्षण

  • रमनकांत त्यागी - मेरठ मंडल के अंतर्गत अभी जिलों में छोटी नदियों के पुनरुद्धार को लेकर हुई अहम बैठक

  • रमनकांत त्यागी - महाड़ का सत्याग्रह/चवदार तालाब सत्याग्रह/महाड का मुक्तिसंग्राम

  • रमनकांत त्यागी - द्रौपदी घाट को पुनर्जीवन देने के लिए हस्तिनापुर नगर पंचायत को किया गया सम्मानित

  • रमनकांत त्यागी - आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर से हुई नदी पुनर्जीवन पर चर्चा

  • रमनकांत त्यागी - नीर फाउंडेशन के नदी पुनर्जीवन के प्रयासों को एचसीएल के न्यूजलेटर हरित खबर में मिला स्थान

  • रमनकांत त्यागी - मेरठ के ग्राम दतावली में शुरू हुआ तालाब उत्सव कार्यक्रम

  • रमनकांत त्यागी - बागपत जनपद के ग्राम पिलाना में शुरू हुआ तालाब उत्सव, तालाबों को पुनर्जीवन देने के प्रयास होंगे तेज

  • रमनकांत त्यागी - विश्व जल दिवस के अवसर पर सम्मानित हुए जल प्रहरी

  • रमनकांत त्यागी - प्राकृतिक जल स्त्रोतों पर दबाव कम करने हेतु भूजल लेने और लौटाने के अनुपात को रखना होगा स्थिर

  • रमनकांत त्यागी - अंतर्राष्ट्रीय गौरेया दिवस पर मेरठ के एनएएस कॉलेज में आयोजित हुई संगोष्ठी

  • रमनकांत त्यागी - एडमिनिस्ट्रेशन 11 और एनजीओ 11 के बीच खेला गया टी-20 क्रिकेट मैच, पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास

  • रमनकांत त्यागी - मेरठ में हुआ अर्थ केयर बैंक का शुभारंभ, पृथ्वी के संरक्षण के प्रयासों को मिलेगी गति

  • Raman River Rejuvenation Model

  • रमनकांत त्यागी - नीम नदी श्रमदान कार्यक्रम की हुई शुरुआत, बुलंदशहर के नवाबांस गांव में एकत्रित हुए पर्यावरण प्रेमी

  • रमनकांत त्यागी - शुरू हुआ नीम नदी को पुनर्जीवित करने का अभियान

  • रमनकांत त्यागी -हैप्पी होली होली आपको एवं आपके परिवार को होली की रंगारंग शुभकामनाएं

  • रमनकांत त्यागी - विश्व जल दिवस पर नमामि गंगे कार्यालय में ली गई जल संरक्षण की शपथ

  • रमनकांत त्यागी - अनमोल संसाधनों का संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी

  • रमनकांत त्यागी -महान योगी एवं परम ज्ञानी संत रविदास जयंती संत रविदास जी की जयंती पर उन्हें कोटि कोटि नमन

  • रमनकांत त्यागी -सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा गणतंत्र दिवस भारतीय लोकतंत्र के महोत्सव गणतंत्र दिवस की सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं

  • रमनकांत त्यागी -हैप्पी न्यू ईयर नववर्ष आप सभी राष्ट्रवासियों के लिए नव वर्ष मंगलमय हो

  • रमनकांत त्यागी -मैरी क्रिसमस क्रिसमस डे मानवता की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देने वाले प्रभु ईसा मसीह के जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं

  • रमनकांत त्यागी -शुभ गोवर्धन पूजा गोवर्धन पूजा सभी देशवासियों को गोवर्धन पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं

  • रमनकांत त्यागी -शुभ दीपावली दीपावली रोशनी और उज्ज्वलता के त्यौहार दीपावली से करें जीवन को प्रकाशमय

  • रमनकांत त्यागी -राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता के प्रतिपालक लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर सादर अभिनंदन

  • रमनकांत त्यागी -शुभ नवरात्रि शारदीय नवरात्र नवरात्रि के मंगल पर्व पर आप सभी के जीवन में समृद्धि का संचार हो

  • रमनकांत त्यागी -सत्य, अहिंसा और वैश्विक शांति के प्रणेता महात्मा गांधी जयंती राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर विनम्र अभिवादन

  • रमनकांत त्यागी -आप सभी को विश्व ओजोन दिवस की शुभकामनाएं

  • रमनकांत त्यागी -रक्षाबंधन रक्षाबंधन भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन आप सभी देशवासियों के जीवन में उल्लास का संचार करे

  • नेशनल वाटर कांफ्रेंस एवं "रजत की बूँदें" नेशनल अवार्ड ऑनलाइन वेबिनार 26 जुलाई 2020 Event

  • मानसून जल संचय - संरक्षित करना होगा प्रकृति की सबसे बहुमूल्य नेमत "जल" को

  • तालाबंदी का भूजल पर असर, भूजल कानूनों को लाना होगा अमल में

  • लॉक डाउन के कुछ स्याह और सफेद पहलू

  • आबादी के बोझ से चरमरा रही हैं शहर की व्यवस्थाएं

  • लालच की भेंट चढ रहे समाज के आधार.. हमारे जलस्रोत

  • नकारने से और नासूर बन जाएगी मौसम परिवर्तन की समस्या

  • हमारी नदियां भी बन सकती हैं सदानीरा

  • हिंडन के उद्गम स्थल की अनोखी यात्रा

Know More

© ramankant.com & Navpravartak.com

  • Terms
  • Privacy