जल है तो कल है, बिना जल के मानव जीवन का कोई औचित्य नहीं है। प्रकृति की इस सबसे कीमती नेमत जल के संरक्षण हेतु विश्व जल दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा नीर फाउंडेशन के "रजत की बूंद" कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में नमामि गंगे के महानिदेशक श्री जी. अशोक कुमार जी व श्री डी.पी. मथुरिया जी द्वारा प्रोफेसर वेंकटेश दत्त (पर्यावरण विज्ञान विभाग, बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ) व श्रीमती रीता आनंद जी (संपादक, सिविल सोसाइटी) को पुरस्कृत किया गया।
गौरतलब है कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 2001 में वर्षाजल संरक्षण की अलख जगाने वाले कर्म यौद्धा "रजत" की यादों को संजोते के क्रम में नीर फाउंडेशन "रजत की बूंद" कार्यक्रम का आयोजन कर जल संरक्षण व संवर्धन के क्षेत्र में कार्य कर रहे कर्म योद्धाओं को सम्मान दिया गया। इस अवसर पर नदीपुत्र रमनकांत, नीर फाउंडेशन ने बताया कि ये पुरस्कार पिछले तीन वर्षों से जल संरक्षण व जल पत्रकारिता के क्षेत्र में दिए जा रहे हैं।
नमामि गंगे से बहुत से सदस्य इस शुभ अवसर के साक्षी बने। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए रमनकांत त्यागी ने 'रजत' को नमन करते हुए दोनों पुरस्कार विजेताओं को शुभकामनाएं प्रेषित की। मौजूद सभी मान्यगणों द्वारा जल शपथ भी ली गई।