नदी संरक्षण व पुनर्जीवन की दिशा में सराहनीय कार्य कर रहे नदी पुत्र रमनकांत त्यागी ने हाल ही में आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर जी से मुलाकात की। इस मौके पर उन्होंने जानकारी दी कि आर्ट ऑफ लिविंग देश में विशेषकर दक्षिण भारत में नदी पुनर्जीवन की दिशा में बेहतरीन कार्य कर रहा है। गुरुदेव जी का मानना है कि पर्यावरण का सम्मान और उसका संरक्षण हमारी बहुमूल्य व्यवस्था का जरूरी हिस्सा होना चाहिए, विश्व की प्राचीन संस्कृतियों में प्रकृति के प्रति सच्ची श्रद्धा देखी गई है और प्रकृति को धार्मिक भाव से देखने की वृति को हमें पुनर्जीवित करना होगा।
इस मुलाकात के क्रम में रमनकांत जी ने श्री श्री रविशंकर जी से देश में नदी पुनर्जीवन पर विस्तृत चर्चा करने के साथ साथ ही देश के सभी नदी सेवकों को साथ लाने पर भी सहमति बनी। इस विशेष मुलाकात के लिए रमन जी ने रोहित जी के प्रति आभार जताया।