हापुड़ जनपद के दत्तियाना गांव में नीम नदी के पुनर्जीवन का कार्य प्रारंभ किया गया। इस अवसर पर गढ़ मुक्तेश्वर के विधायक कमल सिंह मलिक, मंडलायुक्त मेरठ सुरेन्द्र सिंह, जिलाधिकारी हापुड़ अनुज सिंह, सी0डी0ओ0 हापुड़ उदय सिंह, डी0एफ0ओ0 हापुड़, उपजिलाधिकारी, सिंचाई विभाग व लघु सिंचाई विभाग सहित संबंधित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में सभी अधिकारियों को नीम नदी उद्गम की एक लघु यात्रा कराई गई, इसके बाद नदी उद्गम हवन, पीपल के 100 पौधे लगाए गए, नदी सेवा संगोष्ठी आयोजित की गई तथा बड़ी संख्या में अधिकारियों के साथ ग्रामीणों ने श्रमदान किया।
नीम नदी सेवा कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए नदीपुत्र रमन त्यागी ने बताया कि विधायक श्री कमल मलिक द्वारा उद्गम स्थल पर अपनी निधि से एक चेकडैम बनाने की घोषणा की गई। मण्डलायुक्त सुरेन्द्र सिंह ने नीम नदी के किनारे नीम का सघन वन खड़ा करने की बात कही तथा बरसात से पहले उद्गम झील का निर्माण कराने का संकल्प लिया। जिलाधिकारी अनुज सिंह ने प्रशासन द्वारा श्रमदान के माध्यम से नदी उद्गम पर एक चेकडैम बनाने की घोषणा की।
नदी पुत्र ने मण्डलायुक्त महोदय से नदी को पुनर्जीवित करने हेतु अपने पांच विषय सामने रखे।
1. नदी के दोनों किनारे के एक किलोमीटर की दूरी तक सघन वन बनाया जाए।
2. नदी से एक किलोमीटर की दूरी तक के तालाबों को पुनर्जीवित किया जाए।
3. नदी किनारे के गांव में जन जागरूकता कार्यक्रम संचालित किए जाएं।
4. नदी किनारे रसायनमुक्त कृषि को बढ़ावा दिया जाए।
5. नदी में उद्गम से लेकर कुछ-कुछ दूरी पर चेकडैम बनाये जाएं।
यदि नदी के लिए के पांच कार्य किये जाते हैं तो भूजल स्तर में बढ़ोत्तरी होगी जिससे कि नदी स्वतः ही 12 महीने बहेगी।
इस अवसर पर हापुड़ जनपद के नदी किनारे के गांव के नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान, बी0डी0सी0 सदस्य, नीर फाउंडेशन के पदाधिकारी शुभम कौशिक, सोनू शर्मा, मनोज फौजी व राजीव त्यागी सहित भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी, दत्याना के प्रधान व बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।