बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण, हैदराबाद के अध्यक्ष महोदय को भारतीय जीवन बीमा निगम, मुम्बई के मार्फ़त आल इंडिया इंश्योरेंस एजेंट्स एसोसिएशन के द्वारा सीइओएस ऑफ लाइफ इंश्योरेंस कंपनीज के लिए ज्ञापन सौंपा गया. जिसके अंतर्गत पालिसी जोखिम को कम करना, भारतीय जीवन बीमा निगम की लोकप्रिय पॉलिसियों को बंद करना, फण्ड मैनेजर द्वारा मार्किट में पैसे लगाना, जिस पर 4% की ब्याज दर की गारंटी सहित अग्रिम क़िस्त जमा करने की व्यवस्था बंद करना अभिकर्ताओं के हित में नहीं है.
इन सभी नीतियों का सीधा असर संस्था के व्यवसाय पर पड़ रहा है और करोड़ों अभिकर्ताओं की आजीविका पर भी इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा. आयकर के रूप में प्राप्त राजस्व के प्रभावित होने से भारतीय सरकार के उपक्रम पर भी प्रभाव पड़ेगा, जिसका प्रत्यक्ष असर अर्थव्यवस्था पर भी होगा.
इन सभी प्रतिकूल प्रभावों को रोकने के लिए आपसे अपील की जा रही है कि संस्था एवं अभिकर्ताओं के हितों को अपनी प्राथमिकता मानते हुए नियमावली पर पुनः विचार किया जाये, जिससे अभिकर्ताओं में पनप रहा आक्रोश समाप्त हो सके.