आल इंडिया लाइफ इंश्योरेंस एजेंट्स एसोसिएशन के तत्वावधान में अभिकर्ताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय नेतृत्व में आंदोलनात्मक कार्यवाही विभिन्न चरणों में की जाती रही है, जिसमें सभी अभिकर्ताओं और बीमाधारकों से आग्रह किया जाता है कि वे इस आन्दोलन को सफल बनाये.
जिन विभिन्न मुद्दों को ध्यान में रखते हुए धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है, उनमें से कुछ मुख्य इस प्रकार हैं..
1. सरकार की इंश्योरेंस सेक्टर पर आधारित जीएसटी नीति को लेकर.
2. वर्ष 2003-04 से लंबित चार्टर ऑफ डिमांड को लेकर प्रबन्धन के उपेक्षात्मक रवैये के कारण.
3. पालिसी पर बोनस बढ़ाये जाने की मांग को लेकर.
4. स्थायी कालातीत पॉलिसियों की अवधि पांच वर्ष से कम करके 2 वर्ष करने पर.
उपर्युक्त सभी मुद्दों पर पिछले कईं वर्षों से संगठन की इन सभी मांगों को मुख्य प्रबन्धन के सम्मुख रखा जाता रहा है लेकिन प्रबन्धन पर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है और अभिकर्ताओं के हितों को लगातार अनदेखा किया जा रहा है. इस उपेक्षात्मक व्यवहार के कारण ही संस्था को आंदोलन करने पर विवश होना पड़ा है.